ओपन इंटरेस्ट
ओपन इंटरेस्ट: क्रिप्टो फ्यूचर्स के लिए एक संपूर्ण गाइड
ओपन इंटरेस्ट (OI) एक वित्तीय बाजार शब्द है जो किसी दिए गए एसेट पर बकाया फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की कुल संख्या को संदर्भित करता है जो बंद नहीं किए गए हैं। इसे अक्सर क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में बाजार की सेहत और संभावित मूल्य आंदोलनों का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक माना जाता है। यह लेख ओपन इंटरेस्ट की अवधारणा, इसके महत्व, इसकी व्याख्या कैसे करें, और क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में इसका उपयोग कैसे करें, इस पर एक विस्तृत नज़र डालेगा।
ओपन इंटरेस्ट क्या है?
सरल शब्दों में, ओपन इंटरेस्ट किसी विशेष फ्यूचर्स अनुबंध पर सक्रिय 'ट्रेडरों' की कुल संख्या का प्रतिनिधित्व करता है। यह नए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या और समाप्त या ऑफसेट किए गए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या के बीच का अंतर है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ओपन इंटरेस्ट ट्रेडिंग की मात्रा को नहीं मापता है; यह केवल बकाया अनुबंधों की संख्या को मापता है।
उदाहरण के लिए, यदि 100 खरीदार और 100 विक्रेता किसी फ्यूचर्स अनुबंध पर सहमत होते हैं, तो ओपन इंटरेस्ट 100 होगा। यदि बाद में 20 खरीदार और 20 विक्रेता अपने अनुबंधों को बंद कर देते हैं, तो ओपन इंटरेस्ट 80 तक गिर जाएगा।
ओपन इंटरेस्ट की गणना
ओपन इंटरेस्ट की गणना करने का सूत्र अपेक्षाकृत सरल है:
ओपन इंटरेस्ट = पिछली अवधि का ओपन इंटरेस्ट + नए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या - बंद किए गए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या
एक्सचेंजों द्वारा दैनिक रूप से ओपन इंटरेस्ट डेटा प्रकाशित किया जाता है, और यह जानकारी आमतौर पर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध होती है।
क्रिप्टो फ्यूचर्स में ओपन इंटरेस्ट का महत्व
क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में ओपन इंटरेस्ट कई कारणों से महत्वपूर्ण है:
- बाजार की तरलता का संकेतक: उच्च ओपन इंटरेस्ट आमतौर पर उच्च तरलता का संकेत देता है, जिसका अर्थ है कि बड़े ऑर्डर को बिना महत्वपूर्ण मूल्य प्रभाव के निष्पादित करना आसान है।
- ट्रेंड शक्ति का संकेतक: ओपन इंटरेस्ट में वृद्धि एक मजबूत ट्रेंड का संकेत दे सकती है, जबकि ओपन इंटरेस्ट में गिरावट एक कमजोर ट्रेंड या संभावित रिवर्सल का संकेत दे सकती है।
- संभावित अस्थिरता का संकेतक: ओपन इंटरेस्ट में अचानक वृद्धि या गिरावट बाजार में बढ़ती अस्थिरता का संकेत दे सकती है।
- स्मार्ट मनी की गतिविधि का संकेत: ओपन इंटरेस्ट में बदलाव संस्थागत निवेशकों या 'स्मार्ट मनी' की गतिविधि का संकेत दे सकता है।
ओपन इंटरेस्ट की व्याख्या कैसे करें
ओपन इंटरेस्ट को अकेले नहीं देखा जाना चाहिए। इसके महत्व को पूरी तरह से समझने के लिए इसे मूल्य कार्रवाई और ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ संयोजन में विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है।
- बढ़ती कीमत और बढ़ता ओपन इंटरेस्ट: यह एक मजबूत बुलिश ट्रेंड का संकेत है। इसका मतलब है कि नए खरीदार बाजार में प्रवेश कर रहे हैं और मौजूदा पोजीशन को बंद करने वाले कम खरीदार हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है जो आगे मूल्य वृद्धि का सुझाव देता है। बुल मार्केट का संदर्भ लें।
- गिरती कीमत और बढ़ता ओपन इंटरेस्ट: यह एक मजबूत बेयरिश ट्रेंड का संकेत है। इसका मतलब है कि नए विक्रेता बाजार में प्रवेश कर रहे हैं और मौजूदा पोजीशन को बंद करने वाले कम विक्रेता हैं। यह एक नकारात्मक संकेत है जो आगे मूल्य गिरावट का सुझाव देता है। बेयर मार्केट और शॉर्ट सेलिंग पर भी ध्यान दें।
- बढ़ती कीमत और घटता ओपन इंटरेस्ट: यह एक कमजोर बुलिश ट्रेंड का संकेत है। इसका मतलब है कि मौजूदा खरीदार पोजीशन को बंद कर रहे हैं, और नए खरीदार बाजार में प्रवेश करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। यह एक संभावित रिवर्सल का संकेत हो सकता है। प्राइस एक्शन का अध्ययन करें।
- गिरती कीमत और घटता ओपन इंटरेस्ट: यह एक कमजोर बेयरिश ट्रेंड का संकेत है। इसका मतलब है कि मौजूदा विक्रेता पोजीशन को बंद कर रहे हैं, और नए विक्रेता बाजार में प्रवेश करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। यह एक संभावित रिवर्सल का संकेत हो सकता है। डाउनट्रेंड और अपट्रेंड के बारे में जानें।
क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में ओपन इंटरेस्ट का उपयोग कैसे करें
ओपन इंटरेस्ट का उपयोग कई अलग-अलग तरीकों से क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में किया जा सकता है:
- ट्रेंड की पुष्टि: ओपन इंटरेस्ट का उपयोग मौजूदा ट्रेंड की पुष्टि करने के लिए किया जा सकता है। यदि कीमत बढ़ रही है और ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ रहा है, तो यह एक मजबूत बुलिश ट्रेंड का संकेत है।
- संभावित रिवर्सल की पहचान: ओपन इंटरेस्ट में बदलाव संभावित रिवर्सल का संकेत दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कीमत बढ़ रही है लेकिन ओपन इंटरेस्ट घट रहा है, तो यह एक संभावित रिवर्सल का संकेत हो सकता है।
- तरलता का आकलन: ओपन इंटरेस्ट का उपयोग बाजार की तरलता का आकलन करने के लिए किया जा सकता है। उच्च ओपन इंटरेस्ट आमतौर पर उच्च तरलता का संकेत देता है, जिसका अर्थ है कि बड़े ऑर्डर को बिना महत्वपूर्ण मूल्य प्रभाव के निष्पादित करना आसान है।
- ब्रेकआउट की पुष्टि: जब कीमत एक महत्वपूर्ण प्रतिरोध स्तर को तोड़ती है, तो ओपन इंटरेस्ट में वृद्धि ब्रेकआउट की पुष्टि कर सकती है और एक मजबूत अपट्रेंड का संकेत दे सकती है। इसी तरह, एक समर्थन स्तर के नीचे ब्रेकआउट के साथ ओपन इंटरेस्ट में वृद्धि एक मजबूत डाउनट्रेंड का संकेत दे सकती है। सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को समझना महत्वपूर्ण है।
ओपन इंटरेस्ट के साथ अन्य संकेतकों का संयोजन
ओपन इंटरेस्ट को बेहतर ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। कुछ सामान्य संयोजन में शामिल हैं:
- मूविंग एवरेज: ओपन इंटरेस्ट को मूविंग एवरेज के साथ मिलाकर ट्रेंड की दिशा और ताकत की पुष्टि की जा सकती है।
- रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI): RSI का उपयोग ओवरबॉट या ओवरसोल्ड स्थितियों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है, जबकि ओपन इंटरेस्ट ट्रेंड की ताकत की पुष्टि कर सकता है।
- मैकडी (MACD): MACD का उपयोग ट्रेंड मोमेंटम को मापने के लिए किया जा सकता है, जबकि ओपन इंटरेस्ट संभावित रिवर्सल की पहचान करने में मदद कर सकता है।
- बोलिंगर बैंड: बोलिंगर बैंड का उपयोग मूल्य अस्थिरता को मापने के लिए किया जा सकता है, और ओपन इंटरेस्ट का उपयोग बाजार में संभावित ब्रेकआउट की पहचान करने के लिए किया जा सकता है।
- फिबोनाची रिट्रेसमेंट: फिबोनाची रिट्रेसमेंट संभावित समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करने में मदद करते हैं, जबकि ओपन इंटरेस्ट इन स्तरों पर रुचि की ताकत को दर्शाता है।
ओपन इंटरेस्ट के साथ सामान्य गलतियाँ
ओपन इंटरेस्ट का उपयोग करते समय कुछ सामान्य गलतियों से बचना महत्वपूर्ण है:
- ओपन इंटरेस्ट को अकेले देखना: ओपन इंटरेस्ट को हमेशा मूल्य कार्रवाई और ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ संयोजन में देखा जाना चाहिए।
- ओपन इंटरेस्ट में छोटे बदलावों को ज़्यादा महत्व देना: ओपन इंटरेस्ट में छोटे बदलावों को अनदेखा किया जाना चाहिए। केवल महत्वपूर्ण बदलावों पर ध्यान दें।
- यह मानना कि ओपन इंटरेस्ट हमेशा सही होता है: ओपन इंटरेस्ट एक संकेतक है, और यह हमेशा सही नहीं होता है। इसका उपयोग अन्य संकेतकों के साथ संयोजन में किया जाना चाहिए और जोखिम प्रबंधन रणनीतियों के साथ।
ओपन इंटरेस्ट और ट्रेडिंग वॉल्यूम के बीच अंतर
ओपन इंटरेस्ट और ट्रेडिंग वॉल्यूम अक्सर एक साथ भ्रमित होते हैं, लेकिन वे अलग-अलग अवधारणाएं हैं।
- ट्रेडिंग वॉल्यूम: एक विशिष्ट अवधि के दौरान कारोबार किए गए अनुबंधों की कुल संख्या को मापता है। यह बाजार में गतिविधि का माप है।
- ओपन इंटरेस्ट: बकाया अनुबंधों की कुल संख्या को मापता है। यह बाजार में सक्रिय ट्रेडरों की संख्या का माप है।
ट्रेडिंग वॉल्यूम बाजार में रुचि का संकेत देता है, जबकि ओपन इंटरेस्ट बाजार में प्रतिबद्धता का संकेत देता है।
विभिन्न एक्सचेंजों पर ओपन इंटरेस्ट
विभिन्न क्रिप्टो फ्यूचर्स एक्सचेंज अलग-अलग ओपन इंटरेस्ट डेटा प्रदान करते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप जिस एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर रहे हैं, उसके ओपन इंटरेस्ट डेटा को समझें। कुछ प्रमुख एक्सचेंजों में शामिल हैं:
- Binance: Binance सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है और विस्तृत ओपन इंटरेस्ट डेटा प्रदान करता है।
- BitMEX: BitMEX एक प्रमुख क्रिप्टो डेरिवेटिव एक्सचेंज है जो ओपन इंटरेस्ट डेटा का एक मजबूत स्रोत है।
- Bybit: Bybit एक लोकप्रिय क्रिप्टो फ्यूचर्स एक्सचेंज है जो विभिन्न प्रकार के ओपन इंटरेस्ट डेटा प्रदान करता है।
- OKX: OKX एक और प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज है जो ओपन इंटरेस्ट डेटा प्रदान करता है।
उन्नत ओपन इंटरेस्ट विश्लेषण
अधिक अनुभवी ट्रेडर ओपन इंटरेस्ट का उपयोग अधिक उन्नत तरीकों से कर सकते हैं:
- ओपन इंटरेस्ट बैंड: ओपन इंटरेस्ट बैंड ओपन इंटरेस्ट के ऐतिहासिक डेटा के आधार पर समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करते हैं।
- ओपन इंटरेस्ट प्रोफाइल: ओपन इंटरेस्ट प्रोफाइल एक विशिष्ट अवधि के दौरान ओपन इंटरेस्ट के वितरण को दर्शाता है।
- ओपन इंटरेस्ट अनुपात: ओपन इंटरेस्ट अनुपात कॉल और पुट विकल्पों के ओपन इंटरेस्ट की तुलना करता है, और बाजार की भावना का संकेत दे सकता है।
जोखिम प्रबंधन
ओपन इंटरेस्ट एक उपयोगी संकेतक है, लेकिन यह जोखिम प्रबंधन का विकल्प नहीं है। किसी भी ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग करते समय, उचित जोखिम प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है, जैसे कि स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करना और अपनी पूंजी को विविध बनाना। स्टॉप-लॉस ऑर्डर और पोर्टफोलियो विविधीकरण के बारे में जानें।
निष्कर्ष
ओपन इंटरेस्ट एक शक्तिशाली उपकरण है जिसका उपयोग क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडर्स बाजार की गतिशीलता को समझने और सूचित ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए कर सकते हैं। इसे मूल्य कार्रवाई, ट्रेडिंग वॉल्यूम, और अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ संयोजन में विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है। ओपन इंटरेस्ट का उपयोग करते समय सामान्य गलतियों से बचने और उचित जोखिम प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करना भी महत्वपूर्ण है।
सुविधा | विवरण | उपयोग |
बढ़ती कीमत, बढ़ता OI | मजबूत बुलिश ट्रेंड | खरीददारी के अवसरों की पुष्टि |
गिरती कीमत, बढ़ता OI | मजबूत बेयरिश ट्रेंड | बिक्री के अवसरों की पुष्टि |
बढ़ती कीमत, घटता OI | कमजोर बुलिश ट्रेंड | संभावित रिवर्सल |
गिरती कीमत, घटता OI | कमजोर बेयरिश ट्रेंड | संभावित रिवर्सल |
यह लेख ओपन इंटरेस्ट की अवधारणा और क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग में इसके उपयोग का एक व्यापक अवलोकन प्रदान करता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग में जोखिम शामिल है, और कोई भी ट्रेडिंग निर्णय लेने से पहले अपनी खुद की रिसर्च करना महत्वपूर्ण है।
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