Android 8.0 Oreo

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Android 8.0 Oreo

Android 8.0 Oreo गूगल द्वारा विकसित एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम का आठवां प्रमुख संस्करण है। इसे आधिकारिक तौर पर 21 अगस्त, 2017 को जारी किया गया था, और यह एंड्रॉइड 7.0 नॉगेट का उत्तराधिकारी है। Oreo नाम आधिकारिक तौर पर एक खगोलिय घटना, ओरियो नक्षत्र (Oreo constellation) के बाद रखा गया है, लेकिन व्यापक रूप से यह लोकप्रिय ओरियो कुकी के नाम पर भी माना जाता है। यह संस्करण प्रदर्शन सुधार, बैटरी अनुकूलन, और कई नई सुविधाओं पर केंद्रित था, जो इसे अपने पूर्ववर्तियों से अलग बनाता है।

विकास और रिलीज

Android Oreo का विकास एंड्रॉइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) के तहत किया गया था। गूगल ने डेवलपर पूर्वावलोकन जारी किए, जिससे डेवलपर्स को नए API और सुविधाओं के साथ प्रयोग करने और अपने अनुप्रयोगों को अनुकूलित करने का अवसर मिला। पहला डेवलपर पूर्वावलोकन मार्च 2017 में जारी किया गया था, इसके बाद कई और पूर्वावलोकन जारी किए गए।

आधिकारिक रिलीज अगस्त 2017 में हुई, पहले गूगल पिक्सल और गूगल पिक्सल एक्सएल उपकरणों के लिए। इसके बाद, अन्य निर्माताओं ने धीरे-धीरे अपने उपकरणों के लिए Oreo अपडेट जारी करना शुरू किया। Oreo की रिलीज के साथ, गूगल ने प्रोजेक्ट ट्रेबल (Project Treble) को भी पेश किया, जिसका उद्देश्य एंड्रॉइड अपडेट साइकिल को तेज करना था। प्रोजेक्ट ट्रेबल ने सिस्टम फ्रेमवर्क और डिवाइस-विशिष्ट हार्डवेयर एब्स्ट्रैक्शन लेयर (HAL) को अलग कर दिया, जिससे अपडेट को लागू करना आसान हो गया।

नई विशेषताएं और सुधार

Android 8.0 Oreo कई नई सुविधाओं और सुधारों के साथ आया, जिन्हें निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

प्रदर्शन और बैटरी अनुकूलन

  • पृष्ठभूमि निष्पादन सीमाएं (Background Execution Limits): Oreo ने पृष्ठभूमि में चल रहे अनुप्रयोगों पर अधिक सख्त सीमाएं लागू कीं। इसका उद्देश्य बैटरी जीवन को बढ़ाना और सिस्टम प्रदर्शन में सुधार करना था। अनुप्रयोगों को अब पृष्ठभूमि में लगातार काम करने की अनुमति नहीं थी, और उन्हें केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही पृष्ठभूमि गतिविधि करने की अनुमति थी। बैकग्राउंड प्रोसेस के प्रबंधन के लिए नए API पेश किए गए।
  • ऑटोफिल API (Autofill API): Oreo ने एक नया ऑटोफिल API पेश किया, जो उपयोगकर्ताओं को एप्लिकेशन में यूजरनेम और पासवर्ड जैसे डेटा को आसानी से भरने की अनुमति देता है। यह सुविधा पासवर्ड मैनेजर के साथ एकीकृत होती है, जिससे उपयोगकर्ता सुरक्षित रूप से अपने क्रेडेंशियल संग्रहीत और प्रबंधित कर सकते हैं।
  • बूट समय में सुधार (Improved Boot Time): Oreo ने बूट समय को कम करने के लिए सिस्टम अनुकूलन किए। यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण था जो अक्सर अपने उपकरणों को पुनरारंभ करते हैं।

यूजर इंटरफेस (UI) में सुधार

  • सूचना चैनल (Notification Channels): Oreo ने सूचना चैनलों को पेश किया, जो उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को वर्गीकृत और प्रबंधित करने की अनुमति देते हैं। उपयोगकर्ता प्रत्येक चैनल के लिए अलग-अलग सूचना सेटिंग्स (जैसे ध्वनि, कंपन, और प्राथमिकता) सेट कर सकते हैं। यह सुविधा सूचना प्रबंधन को अधिक लचीला और अनुकूलन योग्य बनाती है।
  • पिक्चर-इन-पिक्चर मोड (Picture-in-Picture Mode): Oreo ने पिक्चर-इन-पिक्चर (PiP) मोड को पेश किया, जो उपयोगकर्ताओं को वीडियो देखते समय अन्य एप्लिकेशन का उपयोग करने की अनुमति देता है। PiP मोड में वीडियो को स्क्रीन के एक छोटे, फ्लोटिंग विंडो में प्रदर्शित किया जाता है, जिसे उपयोगकर्ता कहीं भी स्थानांतरित कर सकता है। मल्टीटास्किंग के लिए यह एक उपयोगी सुविधा है।
  • सेलेक्शन टेक्स्ट (Select Text): Oreo ने टेक्स्ट चयन को अधिक बुद्धिमान बनाया। यह अब टेक्स्ट का संदर्भ समझ सकता है और अधिक सटीक चयन सुझाव प्रदान कर सकता है। टेक्स्ट एडिटिंग को आसान बनाने के लिए यह एक उपयोगी सुविधा है।
  • प्रबंधित स्टोरेज (Managed Storage): Oreo ने प्रबंधित स्टोरेज को पेश किया, जो अनुप्रयोगों को बाहरी स्टोरेज (जैसे SD कार्ड) का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने की अनुमति देता है। यह सुविधा एप्लिकेशन को बाहरी स्टोरेज पर अधिक डेटा संग्रहीत करने और प्रबंधित करने की अनुमति देती है। स्टोरेज प्रबंधन के लिए यह एक महत्वपूर्ण सुधार था।

सुरक्षा सुविधाएँ

  • प्रोजेक्ट शेल्ड (Project Shield): गूगल ने प्रोजेक्ट शील्ड को पेश किया, जो उपयोगकर्ताओं को मैलवेयर और अन्य सुरक्षा खतरों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक सुरक्षा प्लेटफ़ॉर्म है।
  • वेबव्यू सुरक्षा सुधार (WebView Security Improvements): Oreo ने वेबव्यू सुरक्षा में सुधार किए, जो अनुप्रयोगों को वेब सामग्री प्रदर्शित करने की अनुमति देता है। यह सुनिश्चित करता है कि वेबव्यू का उपयोग करने वाले एप्लिकेशन सुरक्षित हैं।
  • सुरक्षित बूट (Secure Boot): Oreo ने सुरक्षित बूट को मजबूत किया, जो यह सुनिश्चित करता है कि डिवाइस केवल विश्वसनीय सॉफ़्टवेयर चलाता है।

अन्य सुविधाएँ

  • एक्सेसिबिलिटी सुधार (Accessibility Improvements): Oreo ने एक्सेसिबिलिटी सुविधाओं में सुधार किए, जो विकलांग उपयोगकर्ताओं को डिवाइस का उपयोग करने में मदद करते हैं।
  • नेटवर्क सुरक्षा सुधार (Network Security Improvements): Oreo ने नेटवर्क सुरक्षा में सुधार किए, जो उपयोगकर्ताओं को वाई-फाई नेटवर्क पर सुरक्षित रूप से कनेक्ट करने में मदद करते हैं।
  • कोडेक्स और प्रारूप समर्थन (Codecs and Format Support): Oreo ने नए ऑडियो कोडेक्स और वीडियो प्रारूपों के लिए समर्थन जोड़ा।

प्रोजेक्ट ट्रेबल (Project Treble)

प्रोजेक्ट ट्रेबल Android Oreo के साथ पेश की गई एक महत्वपूर्ण पहल थी। इसका उद्देश्य Android अपडेट को लागू करने की प्रक्रिया को सरल बनाना और तेज करना था। पारंपरिक रूप से, Android अपडेट को डिवाइस निर्माता और चिपसेट निर्माता दोनों के साथ समन्वयित करने की आवश्यकता होती थी। प्रोजेक्ट ट्रेबल ने सिस्टम फ्रेमवर्क और डिवाइस-विशिष्ट हार्डवेयर एब्स्ट्रैक्शन लेयर (HAL) को अलग कर दिया। इससे डिवाइस निर्माताओं को चिपसेट निर्माताओं के अपडेट की प्रतीक्षा किए बिना Android फ्रेमवर्क को अपडेट करने की अनुमति मिलती है।

प्रोजेक्ट ट्रेबल ने एक नया वेंडर इंटरफेस (Vendor Interface) पेश किया, जो सिस्टम फ्रेमवर्क और HAL के बीच संचार को मानकीकृत करता है। यह सुनिश्चित करता है कि HAL को सिस्टम फ्रेमवर्क के साथ संगत होने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे अपडेट को लागू करना आसान हो जाता है।

Oreo के संस्करण

Android 8.0 Oreo के कई संस्करण जारी किए गए, जिनमें शामिल हैं:

  • Android 8.0.0: यह Oreo का प्रारंभिक रिलीज था।
  • Android 8.1.0: इस संस्करण में कई बग फिक्स और प्रदर्शन सुधार शामिल थे। इसमें न्यूरल नेटवर्क एपीआई (Neural Networks API) और ऑटोफिल सेवा (Autofill service) में भी सुधार किए गए थे।
  • Android 8.1.1: यह Oreo का अंतिम रिलीज था, जिसमें सुरक्षा अपडेट और कुछ मामूली बग फिक्स शामिल थे।

हार्डवेयर समर्थन

Android 8.0 Oreo विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर पर समर्थित था, जिसमें स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, और टीवी शामिल हैं। Oreo को चलाने के लिए डिवाइस को कुछ न्यूनतम हार्डवेयर आवश्यकताओं को पूरा करना था, जिसमें एक मल्टी-कोर प्रोसेसर, कम से कम 2GB RAM, और पर्याप्त स्टोरेज शामिल है।

Oreo का प्रभाव

Android 8.0 Oreo ने Android ऑपरेटिंग सिस्टम को कई महत्वपूर्ण तरीकों से प्रभावित किया। इसने प्रदर्शन में सुधार, बैटरी जीवन को बढ़ाया, और सुरक्षा को मजबूत किया। प्रोजेक्ट ट्रेबल के साथ, इसने Android अपडेट को लागू करने की प्रक्रिया को सरल बनाया और तेज किया। Oreo की नई सुविधाओं और सुधारों ने Android उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाया।

Oreo के बाद के संस्करण

Android 8.0 Oreo के बाद, गूगल ने एंड्रॉइड 9 पाई (Android 9 Pie) और एंड्रॉइड 10 (Android 10) सहित कई नए संस्करण जारी किए हैं। प्रत्येक नए संस्करण में नई सुविधाएँ, सुधार और सुरक्षा अपडेट शामिल हैं।

तकनीकी विश्लेषण और ट्रेडिंग वॉल्यूम विश्लेषण (क्रिप्टो संदर्भ में)

हालांकि Android 8.0 Oreo सीधे तौर पर क्रिप्टोकरेंसी या ब्लॉकचेन से संबंधित नहीं है, लेकिन मोबाइल उपकरणों पर क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स के प्रदर्शन और सुरक्षा में इसका महत्व है। एक सुचारू और सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम, जैसे कि Oreo, क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स के लिए आवश्यक है।

  • ऐप संगतता: Oreo के साथ संगतता सुनिश्चित करने से ट्रेडिंग ऐप्स की विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच मिलती है।
  • सुरक्षा: मजबूत सुरक्षा सुविधाएँ क्रिप्टो वॉलेट और ट्रेडिंग खातों को सुरक्षित रखने में मदद करती हैं।
  • प्रदर्शन: बेहतर प्रदर्शन ट्रेडिंग ऐप्स की प्रतिक्रियाशीलता और गति को बढ़ाता है, जो ट्रेडिंग के लिए महत्वपूर्ण है।

क्रिप्टो बाजार में, ट्रेडिंग वॉल्यूम का विश्लेषण महत्वपूर्ण है। उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम आमतौर पर लिक्विडिटी और बाजार में रुचि का संकेत देता है। ट्रेडिंग वॉल्यूम में अचानक वृद्धि या गिरावट बाजार के रुझान का संकेत दे सकती है।

निष्कर्ष

Android 8.0 Oreo Android ऑपरेटिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण संस्करण था, जिसने प्रदर्शन, बैटरी जीवन, सुरक्षा और उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार किया। प्रोजेक्ट ट्रेबल के साथ, इसने Android अपडेट को लागू करने की प्रक्रिया को सरल बनाया और तेज किया। Oreo ने Android उपयोगकर्ताओं के लिए एक बेहतर मोबाइल अनुभव प्रदान किया और भविष्य के Android संस्करणों के लिए आधार तैयार किया।

Android 8.0 Oreo की मुख्य विशेषताएं
सुविधा विवरण लाभ
पृष्ठभूमि निष्पादन सीमाएं पृष्ठभूमि में चल रहे अनुप्रयोगों पर सख्त सीमाएं बैटरी जीवन में सुधार, सिस्टम प्रदर्शन में वृद्धि
ऑटोफिल API यूजरनेम और पासवर्ड जैसे डेटा को आसानी से भरने की अनुमति देता है सुविधा, सुरक्षा
सूचना चैनल विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को वर्गीकृत और प्रबंधित करने की अनुमति देता है सूचना प्रबंधन में लचीलापन और अनुकूलन
पिक्चर-इन-पिक्चर मोड वीडियो देखते समय अन्य एप्लिकेशन का उपयोग करने की अनुमति देता है मल्टीटास्किंग में सुधार
प्रोजेक्ट ट्रेबल सिस्टम फ्रेमवर्क और डिवाइस-विशिष्ट HAL को अलग करता है Android अपडेट को लागू करना आसान और तेज

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